चारबाग से बाबू स्टेडियम तक सर्वे फिर से

मुआवजा देने के लिए रूट पर पड़ने वाली निजी प्रॉपर्टी का मेट्रो की रिपोर्ट से होगा मिलान
रेलवे बोर्ड के सदस्य मो. जमशेद ने गुरुवार को लखनऊ मेट्रो प्रॉजेक्ट का निरीक्षण किया। टीपी नगर से चारबाग तक मेट्रो डिपो और कास्टिंग यार्ड तक गए। इस दौरान लखनऊ मेट्रो कॉरपोरेशन के एमडी कुमार केशव ने प्रॉजेक्ट के बारे में जानकारी दी।• संवाददाता, लखनऊ

मेट्रो के अंडरग्राउंड रूट के लिए चारबाग से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक जमीन के अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके लिए एलडीए, नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारी संयुक्त सर्वे करेंगे। इसके तहत मुआवजा देने के लिए रूट पर पड़ने वाले निजी भवनों के क्षेत्रफल का मेट्रो की रिपोर्ट से मिलान कराया जाएगा। इसे 

लेकर गुरुवार को हुई बैठक में एडीएम भूमि अर्जन, नगर निगम, एलडीए और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए।

मेट्रो के अंडरग्राउंड रूट पर पड़ने वाली निजी संपत्तियों के अधिग्रहण की कार्रवाई के लिए बैठक बुलाई गई थी। इसमें सीएमएस स्टेशन रोड, हुंडई शोरूम, डॉ. चौहान क्लीनिक, त्रिपाठी मिष्ठान भंडार, होटल मेरा मन, होटल गोल्डन ट्यूलिप, होटल बुद्धा, सेवेन डेज स्कूल, मानसरोवर नेत्र चिकित्सालय, दो पेट्रोल पंप, मेफेयर का कुछ हिस्सा और वसीम, ज्योतींद्र मिश्रा, अंकित तिवारी, मुदित तिवारी समेत कई लोगों के मकान शामिल हैं। इसके अलावा रेलवे, विधान भवन मार्ग स्थित कई सरकारी संपत्तियां भी हैं। 

आवश्यक जमीन को लेकर मेट्रो अपनी रिपोर्ट पहले ही दे चुका है। नगर निगम के तहसीलदार देश दीपक ने बताया कि रूट में कहीं भी नगर निगम की जमीन नहीं है। जिला प्रशासन ने संयुक्त सर्वे के लिए कहा है। मेट्रो की रिपोर्ट और आपत्तियों के निस्तारण के लिए सर्वे कराने के बाद एडीएम भूमि अर्जन की तरफ से अधिग्रहण की कार्रवाई की जाएगी। सरकारी जमीन सीधे मेट्रो को हस्तांतरित हो जाएंगी, जबकि निजी भूमि पर सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा दिया जाएगा।
जुलाई से अक्टूबर तक अधिग्रहण, ड्रेनेज, यूटीलिटी ट्रांसफर और सॉयल टेस्टिंग

चारबाग से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक मेट्रो के अंडरग्राउंड रूट पर जुलाई से काम शुरू होना है। इस बीच मॉनसून के कारण काम पर कोई असर न पड़े, इसके लिए लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपेारेशन ने अंडरग्राउंड रूट का नया प्लान बनाया है। इसके तहत अंडरग्राउंड रूट के लिए टनल बोरिंग मशीन से होने वाली भारी खोदाई नवंबर के बाद होगी। इससे पहले जुलाई से अक्टूबर तक इस रूट पर जमीन अधिग्रहण, ड्रेनेज, यूटीलिटी ट्रांसफर और सॉयल टेस्टिंग के अलावा ट्रैफिक डायवर्जन पर अमल किया जाएगा।


लखनऊ मेट्रो के नॉर्थ साउथ कॉरिडोर के अंडरग्राउंड रूट के लिए सॉयल टेस्टिंग शुरू हो चुकी है। इसके लिए हुसैनगंज, बापू भवन, हजरतगंज और केडी सिंह स्टेडियम के पास बेरिकेडिंग कर दी गई है। इस बीच मॉनसून आने पर खोदाई प्रभावित न हो, इसके लिए एलएमआरसी ने इस रूट का नया प्लान तैयार किया है। लखनऊ मेट्रो के मुख्य जन संपर्क अधिकारी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि इस रूट पर जमीन के करीब 20 मीटर नीचे तक खोदाई का काम नवंबर में शुरू होगा।

बनाएंगे बालू के बांध

अंडरग्राउंड रूट पर प्रस्तावित स्टेशन वाली जगहों पर जमीन के नीचे पानी की पाइप, टेलीफोन के तार और सीवरेज लाइन की लोकेशन जांची जाएगी। निर्माण से पहले सभी को यहां से हटाया जाएगा। इसके लिए खोदाई होगी, लेकिन खोदाई वाली जगहों पर पानी न भरे इसके लिए पैरा पिटिंग (निर्माण वाली जगहों पर छज्जा) की जाएगी, ताकि उसमें पानी न भरे। यही नहीं निर्माण के चारों तरफ बालू और मिट्टी के बांध बनाए जाएंगे, ताकि बहता हुआ पानी खोदाई वाली जगहों की तरफ न जा सके।

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