छोटी लाइन की रेल सेवा का बड़ी रेल लाइन में परिवर्तन का शुक्रवार गवाह बनेगा पूर्णिया।

  • ट्रेन परिचालन को लेकर रेलवे ने जारी की समय-सारिणी 
  • आखिरी बार साढ़े तीन साल पहले इस रूट पर चली थी 211 नंबर की सवारी गाड़ी 
  • आज बड़ी लाइन पर दौड़ेगी ट्रेन 
  • खुशखबरी | मोतिहारी से रेलमंत्री सुरेश प्रभु रिमोट से ट्रेन को करेंगे रवाना 

पूर्णिया 150वर्ष पहले अंग्रेजों द्वारा बिछाई गई छोटी लाइन की रेल सेवा का बड़ी रेल लाइन में परिवर्तन का शुक्रवार गवाह बनेगा पूर्णिया। 10 जून का यह ऐतिहासिक क्षण पूर्णियावासियों के लिए कभी नहीं भुलाने वाला पल होगा। 246 वर्ष पुराना पूर्णिया जिला, जो आज भी काफी उपेक्षित, उद्योग-धंधे के क्षेत्र में शून्य और खासकर रेल सुविधाओं के मामले में बहुत ही अविकसित है। सामाजिक कार्यकर्ता विजय श्रीवास्तव बताते हैं कि आज से सैकड़ों वर्ष पूर्व अंग्रेज सरकार द्वारा जितनी लम्बी रेलवे लाइन बिछाई गयी थी। 
जिले में आज भी उतनी ही लंबी रेलवे लाइन बिछी हुई है। 

{2008 में पूर्णिया-सहरसा के बीच सीधी रेल सेवा हुआ था ध्वस्त 
{मुरलीगंज से मधेपुरा के बीच पटरी बाढ़ की भेंट चढ़ गई थी 
भास्करन्यूज | बनमनखी 
बनमनखी-पूर्णिया रेलखंड पर ट्रेन परिचालन को लेकर अब महज चंद घंटे शेष रह गए हैं। वर्ष 2012 के 21 नवम्बर से लोग बनमनखी- पूर्णिया के बीच ट्रेन परिचालन को लेकर इंतजार में थे। दरअसल वर्ष 2008 में आई कुसहा त्रासदी के बाद मुरलीगंज से मधेपुरा के बीच रेल पटरियां बाढ़ की भेंट चढ़ गई थी। वर्ष 2011 में मुरलीगंज- बनमनखी के बीच मेगा ब्लाक लिए जाने के बाद पूर्णिया से बनमनखी तक ट्रेन परिचालन किया जाने लगा। परन्तु ब्रॉडगेज के कामों में रही दिक्कत को देखते 20 नवम्बर 2012 को रात्रि दस बजे के आसपास पूर्णिया से बनमनखी के बीच आखिरी पैसेंजर ट्रेन चलाकर मेगा ब्लाक ले लिया गया था। वर्ष 2014 के दीपावली पर सहरसा- बनमनखी रेलखंड पर सीधी रेल सेवा बहाल की गई। लोग इस इंतजार में थे कि जल्द ही पूर्णिया और सहरसा के बीच सीधी रेल सेवा बहाल कर दी जाएगी। परन्तु कभी फंडिंग का अभाव तो कभी कछुआ चाल से ब्रॉडगेज का काम लम्बा चलता रहा। आखिर वह दिन भी ही गया, जब ब्रॉडगेज की गाड़ियों से पूर्णिया से सहरसा तक सीधा रेल सफर का लोग लुत्फ उठा सकेंगे। 
अब गुलाबबाग मंडी से सीधे जुड़ेंगे कोसी के व्यापारी 
पूर्णिया-सहरसासीधी ट्रेन सेवा का फायदा व्यापारिक वर्गों को भी मिलेगा। ट्रेन के अभाव में अभी तक गुलाबबाग मंडी का फायदा नाम मात्र के ही बड़े व्यापारी उठाते थे, जिनके पास अपना साधन उपलब्ध था। शुक्रवार से पूर्णिया-सहरसा रेल सेवा शुरू होने से मध्यम और छोटे स्तर के भी व्यापारी सीधे गुलाबबाग मंडी से कम से कम दरों पर खाद्यान्न और मसाला के सामग्रियों ले सकेंगे। कई व्यापारियों ने बताया की बसों से प्राइवेट गाड़ियों से मंडी से सामान लाने में फायदा नहीं था। मगर ट्रेन सेवा शुरू होने से काफी फायदा पहुंचेगा। रोचक बात यह है कि बड़े व्यापारी जिनके पास अपना साधन उपलब्ध था, वह भी गुलाबबाग की जगह पटना सिटी कि मारुफगंज मंडी से सामान मंगाता था। इसके पीछे मुख्य कारण सड़क मार्ग से अधिक दूरी होना था। 


कारोबारियों का मानना है कि जितना समय में गुलाबबाग मंडी पहुंचता उससे एक दो घंटे अधिक समय लगाकर मारुफगंज मंडी पहुंचा जा सकता था। उत्तर बिहार में कभी व्यापारिक कारोबार के लिए अपना खासा वजूद रखने वाला गुलाबबाग मंडी को भी सहरसा-पूर्णिया सीधी ट्रेन सेवा बहाल होने से गुलजार होने का मौका मिलेगा। कोसी-सीमांचल में गुलाबबाग मंडी के बाद मुरलीगंज मंडी का व्यावसायिक कारोबारियों पर खासा दबदबा था, लेकिन समय के साथ मुरलीगंज मंडी खस्ताहाल हो गया और गुलाबबाग अपनी जगह पर कायम रहा। सीधी ट्रेन सेवा से सिर्फ व्यापारिक कारोबार ही नहीं, बल्कि पूर्णिया की बेहतर चिकित्सा सेवा का भी कोसी क्षेत्र के लोगों को फायदा मिलेगा। अभी तक लोगों को दरभंगा जाना पड़ता था। 
कोसी की जनता को नमो सरकार ने दिया तहफा 
बनमनखी| बनमनखी-पूर्णिया रेलखंड पर ट्रेन परिचालन कर केन्द्र सरकार ने कोसी की जनता को तोहफा दिया है। यह तोहफा लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वायदों का हिस्सा है। उक्त बातें विधायक सह भाजपा के प्रदेश मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने कही। सरकार बनते ही यह तय कर लिया गया था कि लम्बित सभी रेल परियोजनाओं को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। परिणाम स्वरूप सरकार बनने के दो साल के भीतर , बल्कि पूर्णिया से सहरसा के बीच आठ सालों से ध्वस्त सीधी रेल सेवा को बहाल कर दिया गया। विधायक ने कहा कि बहुत जल्द बनमनखी- बिहारीगंज रेलखंड पर भी ब्रॉडगेज के काम शुरू कर दिए जाएंगे। 
रमजान की पहली जुमा से सहरसा-पूर्णिया का सफर मात्र तीन घंटे में 
रमजानकी पहली जुमा यानी शुक्रवार कोसी और सीमांचल के लोगों के लिए खुशियों वाला दिन होगा। सहरसा और पूर्णिया का साढ़े सात साल से अधिक समय बाद सीधा रेल संपर्क शुरू हो जाएगा। 18 अगस्त 2008 को आई कुसहा त्रासदी के कारण यह संपर्क टूट गया था। पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ अरविंद कुमार रजक के मुताबिक शुक्रवार को स्पेशल ट्रेन पूर्णिया कोर्ट से चलेगी। बाद में तीन सवारी गाड़ी और कोसी और जानकी एक्सप्रेस का पूर्णिया कटिहार तक परिचालन शुरू होगा। इस रेलखंड के शुरू होने से सहरसा से पूर्णिया तक जाने वाले यात्रियों को काफी सुविधाएं मिलेंगी। ट्रेन के अभाव में बस से सफर करने वाले यात्रियों को जहां अधिक समय खपत करना पड़ता था, वहीं भाड़ा भी अधिक चुकाना पड़ता था। 




सहरसा से पूर्णिया की दूरी तय करने में बस को साढ़े चार से साढ़े पांच घंटे का समय लगता था। ट्रेन से यह सफर महज तीन घंटे में पूरी हो जाएगी। यात्रियों का कहना है कि बस में ठूंसकर पूर्णिया जाने से बेहतर था कटिहार होकर पूर्णिया पहुंचना। इसमें समय और भाड़ा तो अधिक लगता था, लेकिन लोगों को शारीरिक परेशानी नहीं उठानी पड़ती थी। अब ट्रेन सेवा शुरू होने से लोगों का बस की ओर झुकाव कम जाएगा। ट्रेन के अभाव में यात्रियों के साथ बसों में होने वाली ज्यादती भी कम हो जाएगी। लोगों का कहना है कि कुसहा त्रासदी के पूर्व सहरसा पूर्णिया रेलखंड पर ट्रेनों के दौड़ने के चलते जिस सुविधा से कोसी वासी वंचित हो गए थे वह अब फिर से बहाल हो जाएगा। 
पूर्णिया कोर्ट स्टेशन पर गुरुवार को दिनभर तैयारी में जुटे रहे मजदूर। 
समय- सारिणी 
पूर्णिया कोर्ट सेबनमनखीजानेवाली ट्रेन 
  • 1.ट्रेन संख्या 55563-सुबह 06:10 (आगमन) 06:12 (प्रस्थान) 
  • 2.ट्रेनसंख्या 55571 - सुबह10 :40 (आगमन )10 :42 (प्रस्थान) 
  • 3.ट्रेन संख्या 55583 संध्या-19 :25 (आगमन )19 :27 ( प्रस्थान ) 
बनमनखीसेपूर्णियाकोर्ट आनेवाली ट्रेन 
  • 1.ट्रेन संख्या 55564 -सुबह03 :50 ( आगमन ) 4:00 (प्रस्थान ) 
  • 2.ट्रेनसंख्या 55572 -सुबह08 :50 (आगमन) 08 : 52 (प्रस्थान) 
  • 3.ट्रेन संख्या 55572 -संध्या17 :41 (आगमन )17:43 (प्रस्थान ) 
23 अक्टूबर 2014 मेंसहरसा-बनमनखी ट्रेन शुरू हुई 
2011 मेंमुरलीगंज और बनमनखी के बीच किया गया था मेगा ब्लाक 
21 नवंबर 2012 सेबनमनखी-पूर्णिया के बीच मेगा ब्लाक 
2008-2011 तकपूर्णिया से मुरलीगंज तक चलती थी ट्रेन 
शुक्रवार को पूर्णिया कोर्ट स्टेशन से रवाना होगी ट्रेन। 
कोसी, जानकी समेत अन्य ट्रेनों की पूर्णिया तक होना चाहिए विस्तार: अबजबकि बड़ी रेल लाइन सेवा का शुभारंभ होने वाला है, स्थानीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता समेत इस इलाके के लोगों ने 246 वर्ष पुराने पूर्णिया जिले के इर्द- गिर्द के लाखों की आबादी की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बनमनखी और समस्तीपुर जंक्शन के बीच वाली 55533 एवं 55553 नंबर की ट्रेनों का विस्तार पूर्णिया जंक्शन और मुरलीगंज से चलने वाली 18697 नंबर की कोसी एक्सप्रेस ट्रेन का विस्तार करने की पुरजोर मांग उठने लगी है। इसके अलावा दौरान मधेपुरा और समस्तीपुर जंक्शन के बीच चलने वाली 55555 एवं 55569 नंबर की ट्रेनों का पूर्णिया जंक्शन तक विस्तार भी लाखों आबादी के हित में होगा। सहरसा जंक्शन से चलने वाली 15283 नंबर की जानकी इंटरसिटी एक्सप्रेस जो जयनगर तक जाती है, का विस्तार पूर्णिया जंक्शन तक होना चाहिए। 

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